राजनांदगांव। छत्तीसगढ़ के राजनांदगांव में मछली पालन विभाग में पदस्थ सहायक संचालक गीतांजलि गजभिये को गिरफ्तार किया गया। सहायक संचालक को कूटरचित दस्तावेज तैयार कर विभाग को 2 करोड़ 16 लाख का चूना लगाने का आरोप है। थाने में शिकायत दर्ज होने के बाद से अधिकारी फरार थी, जिसे पुलिस ने लोकेशन के आधार पर बिलासपुर से पकड़ा और न्यायिक रिमांड पर जेल भेज दिया है।
जानिए क्या था मामला
दरअसल, 4 जुलाई को पीड़ित सुदेश कुमार साहू (वर्तमान सहायक संचालक मछलीपालन राजनांदगांव) ने थाना आकर पूर्व सहायक संचालक के खिलाफ ठगी की शिकायत दर्ज कराई थी। शिकायत में बताया कि तत्कालीन सहायक संचालक मछलीपालन राजनांदगांव गीतांजली गजभिये द्वारा कूटरचित दस्तावेजों के आधार पर योजना में प्राप्त राशि का दुरूपयोग किया गया था। शिकायत आवेदन की मछली पालन विभाग के वरिष्ठ अधिकारियों द्वारा जांच कार्रवाई की गई। जांच में तत्कालीन सहायक द्वारा विभागीय कार्य (केज कल्चर मछलीपालन) हेतु शासन से स्वीकृत राशि दो करोड सोलह लाख रूपये की स्वीकृति में हितग्राहियों के कूटरचित दस्तावेजों के आधार पर प्रशासन को गुमराह कर स्वीकृति ली गई। विभाग को प्राप्त अनुदान राशि में अनियमितता एवं राशि का दुरूपयोग करना पाये जाने पर आरोपिया एवं सामग्री आपूर्तिकर्ता फर्मों के संचालकों के विरूद्ध अपराध दर्ज किया गया।
बिलासपुर से गिरफ्तार
शिकायत को एसपी मोहित गर्ग ने गंभीरता से लिया और विशेष टीम गठित कर कार्रवाई के निर्देश दिए। गठित टीम द्वारा लगातार भिलाई, धमतरी, रायपुर, एवं बिलासपुर में कैम्प कर आरोपिया की पड़ताल की गई। आरोपिया घटना के बाद से फरार थी। सायबर तकनिकी की सहायता व मुखबिर की सूचना पर बिलासपुर में घेराबंदी कर गीतांजलि गजभिये को पकड़ा गया। आज (27 जुलाई) को सर्वोच्च न्यायालय के दिशा निर्देश का पालन करते हुए परिजनों के समक्ष गिरफ्तार कर न्यायिक रिमाण्ड पर न्यायालय पेश किया गया। जहाँ जेल वारन्ट प्राप्त होने पर जेल भेजा गया। प्रकरण विवेचना पर है, विवेचना के दौरान जो भी तथ्य पाया जायेगा आगे अग्रिम कार्रवाई की जाएगी।
गिरफ्तार आरोपिया
गीतांजलि गजभिये 47 वर्ष निवासी बख्तावर चाल तुलसीपुर वार्ड नं 17 थाना कोतवाली जिला राजनांदगांव।
उपरोक्त कार्यवाही मेंं थाना प्रभारी निरी0 एमन साहू, उप निरीक्षक धनीराम नारंगे, संजय बरेठ प्र0आर0 जी0 सिरिल, मिलन साहू आरक्षक प्रदीप जायसवाल, रंजीत चौरसिया, रूपेन्द्र वर्मा, कुश बघेल महिला आरक्षक रेणुका राजपूत एवं थाना स्टाफ की सराहनीय भूमिका रही।