सिडकुल क्षेत्र मे पत्रकारों की सुरक्षा खतरे मे,रात्रि मे गैस हॉकर नें क्यों ओर किसके इशारे पर किया पत्रकार पर हमला,
उत्तराखण्ड सरकार भले ही पत्रकारों की सुरक्षा पर मीठी बाते करती हो,लेकिन क्षेत्र मे ईमानदारी से पत्रकारिता करने वाले पत्रकार आज असामाजिक तत्वों,माफियाओं ओर अवैध कार्यों को अंजाम देने वालों से कितने सुरक्षित है ये तब मालुम हो जाता है ज़ब किसी पत्रकार पर जानलेवा हमला होता है,बता दें की ऐसी ही एक बड़ी अप्रिय घटना कल रात सिडकुल क्षेत्र मे होते होते बची ज़ब एक पत्रकार द्वारा,रात मे हो रही गैस की कालाबाजारी को खबरों के माध्यम से सार्वजनिक करने का प्रयास किया गया,पत्रकार नें जैसे ही रात्रि के समय गैस की गाडी पर अपना कैमरा चलाने का प्रयास किया तो गैस हॉकर नें गाडी से बाहर निकलते ही पत्रकार के ऊपर हमला करते हुए उसका कैमरा छीनने का प्रयास किया,गैस हॉकर नें पत्रकार को गिराकर मारना शुरू कर दिया,लेकिन मामला बढ़ते देख आस पास के लोगों नें पत्रकार को बुरी पीटता देख उसको छुड़ाया,सूत्रों की अगर माने तो जनता अगर बीच बिचावा न करती तो पत्रकार के साथ कोई बड़ी अनहोनी भी हो सकती थीं,
बता दें की पत्रकार जब अपने निजी आवास पर जा रहा था करीब 8:00 से 8:30 बजे के आसपास महादेवपुरम राजा बिस्किट चेकपोस्ट के पास महादेवपुरम के रास्ते पर एक गैस सिलेंडर की गाड़ी खड़ी हुई थी उसके बाद पत्रकार ने अपना फोन निकालकर उसकी वीडियोग्राफी करने लगा तभी गाड़ी से उतर कर गाड़ी चालक नहीं पत्रकार का फोन छीन कर तोड़ने की कोशिश की और गाली गलौज कहते हुए अभद्र शब्द जातिसूचक कहने लगा उसके बाद गैस गाड़ी वाले ने पत्रकार के ऊपर हमला कर दिया हमले के दौरान जनता ने बीच-बचाव में पत्रकार को चोट लग गई जिसमें पत्रकार द्वारा सिडकुल थाना अध्यक्ष सूचना दी सूचना दी जाने के बाद कुछ देर बाद चेतक मौके पर पहुंची वहां से गैस होकर को गैस की गाड़ी सहित सिडकुल थाना ले जाया गया वही पत्रकार ने अपनी तहरीर सिडकुल थाना दी सिडकुल थाना ने तहरीर लेने के बाद पत्रकार को स्वयं मेडिकल कराने के लिए भेज दिया अब देखने वाली यह बात होगी कि क्या था ना बात यह होगी कि पत्रकारों को क्या न्याय मिल पाएगा या फिर ऐसे ही गैस होकर या कोई भी माफिया क्षेत्र में पत्रकारों के ऊपर हावी रहेंगे, हालाकी मामला अब पुलिस के संज्ञान मे है ओर आगे की कार्यवाही अभी होनी बाकी है,