दैनिक जागरण के 4 अक्तूबर अंक में मुख्य शीर्षक था, किसानों का उपद्रव, आठ की मौत। उपशीर्षक बताता है, कार से ‘दुर्घटना’ हुई और उपद्रवियों ने चार भाजपा समर्थकों की हत्या की। ‘दुर्घटना’ में चार किसान मर गए थे। इसमें किसानों का उपद्रव कहां है? शायद तस्वीर में। अगर आपने वीडियो देखा हो तो समझ सकते हैं कि पैदल चले जा रहे लोगों पर गाड़ी चढ़ा देना दुर्घटना नहीं है। फिर भी, खबर क्या है और रिपोर्ट क्या हो रही है। यह चिन्ता की बात नहीं है। यह सब पुरानी बात हो गई। आज के अखबार में इस गलती को सुधारने की गुंजाइश थी। किसानों का उपद्रव – था या नहीं, चार मरे या आठ या चार की हत्या के आरोप में चार मार दिए गए है – जो भी सच हो या आप जिसे भी सच मानिए, तथ्य यह है कि केंद्रीय मंत्री और बेटे पर केस दर्ज हुआ है? क्या यह उपद्रव से छोटी बात है? अगर किसानों का उपद्रव बैनर बन सकता है तो मंत्री और मंत्री पुत्र ने वही किया था। इसीलिए केस दर्ज हुआ है – खबर छापने में शर्म क्यों आ गई? इसे बैनर क्यों नहीं बनाया? किसान करें तो उपद्रव। मंत्री करें तो सरकारी पर्दा और मजबूरी में केस दर्ज करनी पड़े तो खबर छापने में हाथ कापते हैं? दूसरी ओर, सरकार जागरण पर विज्ञापनों की मेहरबानी तो करती ही है सरकारी खरीद का मौका भी नहीं चूकती।
अभी से प्रण लीजिये की दैनिक जागरण अखबार को नहीं खरीदना है, अभी से दैनिक जागरण मे छपने वाले हर लेखक कवि का बहिष्कार कीजिए।
दैनिक जागरण के कार्यक्रमों में जाने वालों का बहिष्कार कीजिए।
ये सब लोग उन हत्यारो की टोली में शामिल हैं जिन्होने किसानों को रौंदा है।
जो दैनिक जागरण के लंपटपन का विरोध नहीं करते वो हिंदी समाज के लिए शर्म हैं।
ऐसे दलाल मीडिया वालों को उनकी औकात दिखाना जरूरी है
#दैनिकजागरणदलाल_है
भड़ास 2मीडिया भारत का नंबर 1 पोर्टल हैं जो की पत्रकारों व मीडिया जगत से सम्बंधित खबरें छापता है ! पत्रकार और मीडिया जगत से जुडी और शिकायत या कोई भी खबर हो तो कृप्या bhadas2medias@gmail.com पर तुरंत भेजे अगर आप चाहते है तो आपका नाम भी गुप्त रखा जाएगा क्योकि ये भड़ास2मीडिया मेरा नहीं हम सबका है तो मेरे देश के सभी छोटे और बड़े पत्रकार भाईयों खबरों में अपना सहयोग जरूर करे हमारी ईमेल आईडी है bhadas2medias@gmail.com आप अपनी खबर व्हाट्सप्प के माध्यम से भी भड़ास2मीडिया तक पहुंचा सकते है हमारा no है 09411111862 धन्यवाद आपका भाई संजय कश्यप भड़ास2मीडिया संपादक
var /*674867468*/