आरपीएफ पुलिस ने पत्रकारों पर किया लाठीचार्ज
-उपनिरीक्षक और आरक्षी लाइन हाजिर
-समाचार कबरेज के दौरान पत्रकारों पर उग्र हुये नशेबाज कर्मी
-आरपीएफ थाना प्रभारी ने करवाया लाठीचार्ज
-आक्रोशित पत्रकारों ने डीएम-एसपी को दिया ज्ञापन
-जांच करने फर्रूखाबाद से आई आरपीएफ और जीआरपी टीम
कन्नौज संवाददाता। कन्नौज में लोकतंत्र की खुलेआम धज्जियां उडाई गयी।कन्नौज आरपीएफ पुलिस ने खुलेआम नंगानाज करते हुये समाचार संकलन कर रहे पत्रकारों पर लाठीचार्ज किया।जिसमें कई पत्रकार चुटहिल हुये।कन्नौज रेलवे स्टेशन पर हुये इस अलोकत्रातिक घटना को आरपीएफ थाना प्रभारी ने अपने नशेबाज सिपाहियों से अंजाम दिलवाया।मामला उजागर होने पर रेलवे के उच्चाधिकारियों ने तत्काल एक्शन लिया और उपनिरीक्षक और एक आरक्षी को लाइन हाजिर कर दिया है।इसके अलावा पूरे मामले की उच्च स्तरीय जांच के आदेश दिये गये है।जिसके चलते फर्रूखाबाद से आरपीएफ और जीआरपी की टीम कन्नौज पहुंची और पीडित पत्रकारों सहित पत्रकार सहायता समिति के प्रदेश अध्यक्ष और महामंत्री से मुलाकात की। पत्रकारों ने डीएम-एसपी को भी ज्ञापन दिया है।घटनाक्रम के अनुसार सोमवार की देरशाम आरपीएफ थाना प्रभारी ओपी मीना और उनकी टीम द्वारा रेलवे ट्रैक के समीप विकास भवन के पास स्थित एक चाय की दुकान पर युवक की बेरहमी से पिटाई कर रहे थे।आरपीएफ थाना प्रभारी का कहना था कि युवक द्वारा कूडा जलाया जा रहा था, जबकि युवक का आरोप था कि आरपीएफ टीम उससे अवैध बसूली कर रही थी।इस बीच मौके पर पहुंचे मीडिया कर्मियों ने पूरा घटनाक्रम अपने कैमरे में कैद करना चाहा,तो आरपीएफ प्रभारी ओपी मीना भडक गये और अभ्रदता करने लगे।इस बीच कई अन्य पत्रकार भी मौके पर पहुंच गये।मामला यहां थमा नही,आरपीएफ प्रभारी अपनी हिटलरशाही अंदाज के बल पर खुलेआम पत्रकारों से अभ्रदता करते रहे।मामला धीरे धीरे और तूल पकडता गया,पत्रकार लगातार उनका पक्ष जानना चाह रहे थे कि आखिर उन्होने चाय बेचने वाले युवक के साथ इतनी मारपीट क्यो की,लेकिन ओपी मीना और उनके सभी नशेबाज सिपाही अभ्रदता ही करते रहे। इस बीच ओपी मीना के निर्देश पर इन नशेबाज सिपाहियों ने पत्रकारों पर लाठीचार्ज शुरू कर दी।उनके कैमरे और मोबाइल छीनकर तोड दिये।पत्रकार कुलदीप दीक्षित को तो बंधक बना लिया और बेरहमी से पिटाई की। यह सब ओपी मीना अपनी मौजूदगी में करवाते रहे और पत्रकारों से भिडते रहे।जैसे तैसे पत्रकार बहां से बचकर निकल पाये और उन्होने पूरा मामला उच्चाधिकारियों को बताया।जिनके निर्देश पर उपनिरीक्षक संजय कुमार हैम्ब्रम और आरक्षी कुलदीप सिंह को लाइन हाजिर कर पूरे मामले की उच्च स्तरीय जांच के आदेश दिये। जिसके बाद आरपीएफ और जीआरपी फर्रूखाबाद से आयी टीम ने पीडित पत्रकारों और पत्रकार सहायता समिति के प्रदेश अध्यक्ष प्रमोद दुबे और महामंत्री कुशल मिश्रा से मुलाकात की।मंगलवार दिन में पत्रकार सहायता समिति के प्रदेश अध्यक्ष प्रमोद दुबे और महामंत्री कुशल मिश्रा ने पूरे मामले को लेकर डीएम राकेश कुमार मिश्रा और पुलिस अधीक्षक प्रशांत वर्मा से भी मुलाकात की और उन्हे पूरे मामले से अवगत कराते हुये ज्ञापन सौपा।इस दौरान नित्य प्रकाश मिश्रा,तारिक इकवाल,प्रशांत यादव, अंकित शुक्ला,अभिषेक दुबे,गोपाल तिवारी, हिमांशू तिवारी, प्रभव श्रीवास्तव, प्रिंस श्रीवास्तव, दिलीप कश्यप, सुनील सिंह,विवेक यादव, विवेक दीक्षित, राजन मिश्रा, कपित गुप्ता,शिवम सैनी, विकास कुशवाहा,मुजीव,मुजाहिद,रंजीत, सिबू सैनी,आलम, हीरो दुबे, अमित कुशवाहा सहित भारी संख्या में पत्रकार साथी मौजूद रहे।घटना के बाद जिले भर के पत्रकारों में आक्रोश फैला हुआ है।
रिपोर्ट मोबीन मंसूरी जनपद कन्नौज
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