वरिष्ठ पत्रकार ज्ञानेंद्र शर्मा का निधन

 वरिष्ठ पत्रकार ज्ञानेंद्र शर्मा का निधन

अलविदा ज्ञानेन्द्र शर्मा

#जब सुरेश बहादुर सिंह ने ज्ञानेन्द्र शर्मा को उनके जन्मदिन पर लाइफ टाइम एचीवमेंट अवार्ड के रूप में दी थी गुरु दक्षिणा

#23/7/2023 को ज्ञानेन्द्र जी के आखिरी जन्मदिन पर यूपी प्रेस क्लब में जमी थी पत्रकारों की महफ़िल

#आखिरी जन्मोत्सव पर लिखी खबर में ज्ञानेन्द्र जी के बारे में कुछ इस तरह लिखी थी मन की बात –

पत्रकारों का सपना ज्ञानेंद्र शर्मा बनना !

बड़े-बड़े दिग्गज पत्रकार क़तार में लगे थे, लेकिन पहले राज्य सूचना आयुक्त और मुख्य सूचना आयुक्त बनने का गौरव उनको प्राप्त हुआ। स्थापित पत्रकार होने के साथ सफल संपादक होना कठिन होता है। ज्ञानेंद्र शर्मा जी का क़लम नौ ख़ानों का रिंच रहा। संपादक भी, पत्रकार भी लेखक-साहित्यकार भी।

सियासतदानों की चूड़ी कसने में वो चूकते नहीं लेकिन फिर भी सियासतदानों से ज्ञानेंद्र शर्मा जी का जितना करीबी रिश्ता रहा शायद ही किसी पत्रकार का दिग्गज राजनेताओं से इतना करीबी रिश्ता रहा हो।
खबरें ही नहीं विश्लेषण, कॉलम, समीक्षाएं, सम्पादकीय और उनके हजारों लेख पत्रकारिता का एक संग्रहालय जैसा है। पाठकों से लेकर पत्रकारों की दो पीढ़ियां ज्ञानेंद्र जी के क़लम का लोहा मान चुकी हैं।
क़रीब बीस साल पुरानी बात है। यूपी में पहला क्षेत्रीय चैनल और न्यूज़ बेस कार्यक्रम रामोजी राव वाले ईटीवी ने शुरू किया था। यूपी के बड़े राजनेताओं से रुबरु होने वाला पहला शो जब प्लान हुआ था तो मुश्किल ये थी कि बड़े राजनेताओं को कॉर्डीनेट/लाइनप करना ईटीवी टीवी की टीम के बस में नहीं था। फिर तय हुआ कि सियासत की सबसे ज्यादा समझ रखने के साथ ही दिग्गज राजनेताओं से तालुकात में सबसे अव्वल ज्ञानेंद्र शर्मा के हवाले ये शो कर दिया जाए। इस फैसले के बाद शो उनके हवाले किया गया। ज्ञानेंद्र जी और ब्रजेश मिश्रा के इस शो के बाद यूपी में ईटीवी की सफलता ने इतिहास रच दिया। ये वो वक्त था जब इलेक्ट्रॉनिक वाले प्रिंट के नगीने बटौर रहे थे।
ज्ञानेंद्र जी का आज जन्मदिन है। वो 79 के हो गए। इस मौके पर वरिष्ठ पत्रकार सुरेश बहादुर सिंह भाई ने यूपी प्रेस क्लब में पत्रकार समागम में ज्ञानेंद्र जी को लाइफ टाइम अचीवमेंट का सम्मान दिया।

नवेद शिकोह (वरिष्ठ पत्रकार

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