पुलिस इंस्पेक्टर के घर पर चला बुलडोजर, गोरखपुर में हुआ था कानपुर के कारोबारी का कत्ल
बाबा के बुलडोजर से बदमाश व पुलिसकर्मी कोई नहीं बचा है चिनहट में रहने वाले कानपुर के प्रॉपर्टी डीलर मनीष गुप्ता हत्याकांड के मुख्य आरोपी इंस्पेक्टर जगत नारायण सिंह के अवैध रूप से बने मकान पर बाबा का बुलडोजर रविवार को गरजा मुख्य आरोपी इंस्पेक्टर के बिना नक्शा पास कराए बनाए गये तीन मंजिला भवन को रविवार को गिरा दिया गया है आरोप है कि यह मकान अवैध तरीके से बनाया गया है जगत नारायण पर सितंबर 2021 में गोरखपुर के रामगढ़ ताल थाने में तैनाती के दौरान प्रॉपर्टी डीलर मनीष गुप्ता की पीटकर हत्या का मुकदमा दर्ज है वर्तमान में वह जेल में बंद है एलडीए के अधिकारियों के मुताबिक अपने रसूख का प्रयोग कर इंस्पेक्टर ने बिना नक्शा पास कराए ही मकान का निर्माण कराया था।
इस मकान का निर्माण बिना नक्शा पास कराए ही करवा लिया गया था
लखनऊ विकास प्राधिकरण के जोन-एक के प्रभारी अधिकारी अमित सिंह राठौर के मुताबिक इंस्पेक्टर जगत नारायण सिंह का चिनहट के देवराजी विहार, सरायशेख, सतरिख रोड पर 900 वर्गफीट का मकान है। जिसमें 10 से अधिक कमरे बने हैं। इसकी कीमत करीब एक करोड़ बताई जा रही है। प्रभारी अधिकारी के मुताबिक इस मकान का निर्माण बिना नक्शा पास कराए ही करवा लिया गया था।
गिराने के लिए 3 मार्च को नोटिस दी गई थी
इसकी जांच रिपोर्ट आने के बाद रविवार को एलडीए ने कार्रवाई की है। इस अवैध निर्माण को स्वत: गिराने के लिए 3 मार्च को नोटिस दी गई थी। एक महीने तक कोई कार्रवाई न होने पर एलडीए ने कदम उठाया है रविवार को एलडीए व चिनहट पुलिस की टीम की मौजूदगी में ध्वस्तीकरण किया गया। इसके पहले घर में रह रहे किराएदारों को ढहाने से पहले बाहर निकाल दिया गया था। मकान जगत नारायण सिंह व प्रिंस और एक अन्य के नाम से दर्ज है। इस दौरान अवर अभियंता सुभाष शर्मा, इम्तियाज अहमद और सुरेंद्र द्विवेदी सहित कई अधिकारी मौजूद थे। छह आरोपी
बर्खास्त हो चुका है इंस्पेक्टर
हत्यारोपी इंस्पेक्टर वर्तमान में जेल में बंद है उसे बर्खास्त भी कर दिया गया था हत्याकांड में इंस्पेक्टर समेत सभी छह आरोपी पुलिस वालों के खिलाफ सीबीआई चार्जशीट दाखिल कर चुकी है।
चार्जशीट 7 जनवरी को कोर्ट में दाखिल कर दिया है
जगत नारायण गोरखपुर में तैनात था। वहां के एक होटल में उसने मनीष गुप्ता को इतना पीटा कि उसकी मौत हो गई थी। इस हत्याकांड में सीबीआई ने अपनी चार्जशीट 7 जनवरी को कोर्ट में दाखिल कर दिया है। जिसमें कहा था कि मनीष अपने कुछ साथियों के साथ गोरखपुर गया था। वहां पुलिस वालों ने होटल में पीट-पीटकर मार डाला।
मुख्यमंत्री की सिफारिश पर सीबीआई ने लिया था केस कानपुर के प्रॉपर्टी डीलर मनीष गुप्ता की गोरखपुर के रामगढ़ताल इलाके के होटल कृष्णा पैलेस में 27 सितंबर 2021 की रात पुलिस की पिटाई से मौत हो गई थी। परिवार वालों ने पुलिस की पिटाई से मौत का आरोप लगाया था। इस मामले में मनीष गुप्ता की पत्नी मीनाक्षी ने रामगढ़ताल थाने पर तैनात रहे इंस्पेक्टर जेएन सिंह, दरोगा अक्षय मिश्र, राहुल दुबे, विजय यादव, कांस्टेबल कमलेश यादव और आरक्षी प्रशांत सहित छह पुलिसकर्मियों पर पति की हत्या का केस दर्ज कराया है। सभी पुलिसकर्मी वर्तमान में जेल में बंद हैं। इस मामले की जांच सीबीआई से कराने के लिए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने खुद सिफारिश की थी। इसके बाद 2 नवंबर को सीबीआई ने केस विवेचना के लिए लिया था
- सूरज पत्रकार कानपुर
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